23 APR 2017 AT 21:55


इत्तेफाक एक ऐसी कशमकश है जिंदगी कि,
जो या तो हमें पूरी तरह बर्बाद कर देता है या पूरी तरह फना कर देता है,
जब होता है जीने का नया सलिका सिखा जाता है।
अकसर देखा है मैंने ख्वाहिश इत्तेफाक से पूरी हो जाती है लेकिन इत्तेफाक ख्वाहिश से नहीं होता।

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