20 JAN 2017 AT 17:18

आज फिर वो क़िस्सा याद आया,
आज फिर इस दिल को उसने तड़पाया,

रह जाता हूँ मैं सिसक कर मैं,
उन यादों के साथ,

दिल तोड़ कर या तुड़वा कर,
आज तक किसको मज़ा आया ?

- फ़क़ीर