19 APR 2017 AT 11:40

4 लोग क्या कहेंगे सोच कर,
उसे 4 दिवारो मे कैद किया,
पर उसे ये रास ना आया,
4 पैरों के स्टूल पर खड़े होकर,
4 बजे फंदा लटकाया,
4-4 की दुनिया को छोड़,
4 के कंधों पर चली गयी,
फिर बाद में हर कोई पछताया,
समय हैं सिखों दुनिया वाले,
कब तक वो ये सब सहेंगे,
लोगों का काम हैं कहना,
कुछ तो लोग कहेंगे ।

- अपरिभाषित