साँसो को जो महका जाये,रिश्तों को जो गहरा जाये,गैरों को अपनाता है,संगीत वो कहलाता है। - © निहारिका
साँसो को जो महका जाये,रिश्तों को जो गहरा जाये,गैरों को अपनाता है,संगीत वो कहलाता है।
- © निहारिका