हाँ ! मैं ईर्ष्यालु हूँ
जब तुम मेरे साथ होने पर भी
किसी और से बात करते हो
तब मुझे ईर्ष्या होती है...

जब तुम किसी और
की तरफ देखते भर हो
तब मुझे ईर्ष्या होती है ...

जब तुम अपनी सहकर्मियों
के साथ selfie लेते हो;
उस वक्त जो वो तुमसे सटकर
मुस्करातीं हुईं खड़ीं होतीं हैं
और तुम्हारा हाथ उनके हाथों को स्पर्श होता है
तब मुझे ईर्ष्या होती है ...

अगर यह सब ईर्ष्या है
तो हाँ ! मैं ईर्ष्यालु हूँ ....

- 🖋निहारिका नीलम सिंह