सिर्फ लाईक यानि पसंद करने से दोस्तियां नहीं हुआ करती हैं.... दोस्त बनने के लिए खूब सारी बातें करनी पड़ती हैं .... लड़ाई-झगड़े, शिकवे-शिकायतें मान मनोवळ करने पड़ते हैं ^&*^%$ #%&&* करनी और दिल खोलना और उलीचना पड़ता हैं और चीखना-चिल्लाना भी पड़ता हैं .....फिर दिल खोलकर एक दूसरे के सामने रखना होता है !!! बस बुराइयां ही नही होती है अच्छाइयाँ भी होती है ।
उन सहेलियों के नाम यह स्टेटस जो एक दूसरे को अच्छे से जानती है ,पहचानती है और मानती भी है ।
(कई बरस पहले न जाने कहाँ से कॉपी किया था यह स्टेटस)
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