23 APR 2017 AT 2:07

लड़की हूँ क्या इसलिये मजाक बनायी जाती हूँ ?
औरत हूँ इसलिये पैरो के नीचे दबायी जाती हूँ ?
क्यों बनी हैं अग्नी परिक्षा सिर्फ मेरे ही लिये ?
सीता का हूँ रूप क्यां इसलिये ज़लाई जाती हूँ ?

रोंद देते हैं दरींदे मुझे, अपनी हवस की खातिर
मैने ही दिया हैं जन्म इन्हे,क्यां इसलिये लूटवायी जाती हूँ ?
कुछ रूपयो की खातिर , बेच देते हैं मेरे अपने ही मुझे
लक्षमी का हूँ रूप, क्यां इसलिये बिकवायी जाती हूँ ?

क्यों मेरी अावाज को दबा दिया जाता हैं हमेशा ?
रूप हूँ मैं सरस्वाती का, क्यां इसलिये चुप करवाई जाती हूँ ?
बेहते पानी सी शांत और लेहरो की तरह चंचल हूँ मैं
गंगा की तरह पवित्र हूँ मैं, फिर क्यों डूबोयी जाती हूँ ?

खुद भूखी रह कर पेट दूजो का मैं भरती हूँ
अनापूर्णा हूँ मैं, क्यां इसलिये भूखी सुलायी जाती हूँ ?
हो मेरी भी इक हस्ती ,चाहती हूँ बस सम्मान
जींना चाहती हूँ मैं, फिर भी क्यों मिटायी जाती हूँ??
फिर भी क्यों मिटायी जाती हूँ??????

- Naincy Yashika (Nainooo!!!)