29 APR 2017 AT 6:59

मेरा
शहर
हर रात
नाच उठता है
न जाने कितनों की दफनाकर
कुछ आकांक्षाएं कुछ अधूरे ख्वाब और अनगिनत रिश्ते

- ~Madhur