18 MAR 2017 AT 19:58

मैं, खुद में तुझको शामिल करके
खुद को मैं की बजाय हम लिखता हूँ

रचनाओं में अपनी ख़ुशी नहीं बस गम लिखता हूँ
सहता हूँ जितना उससे तो कम लिखता हूँ

अन्दर से टूट गया हूँ
बाहर से तो ख़ुश दिखता हूँ

- © Irfan Fabler●•°