दहलीज़ के उस तरफ, छुप के रहती हैं यादें तेरी,तनहा होते ही घेर लेती हैं मुझे । - Gee's
दहलीज़ के उस तरफ, छुप के रहती हैं यादें तेरी,तनहा होते ही घेर लेती हैं मुझे ।
- Gee's