|प्रेम पत्र|चार हज़ार साल बाद खुदाई में..फिर मिलेगी एक सभ्यताऔर बिखरे पड़े अवशेषों में प्राप्त होगा...प्रकृति के नाम एक प्रेम पत्र -
|प्रेम पत्र|चार हज़ार साल बाद खुदाई में..फिर मिलेगी एक सभ्यताऔर बिखरे पड़े अवशेषों में प्राप्त होगा...प्रकृति के नाम एक प्रेम पत्र
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माँ पर लिखी मेरी कविताओं में,पिताजी खड़े रहते हैं बनकर पूर्णविराम। -
माँ पर लिखी मेरी कविताओं में,पिताजी खड़े रहते हैं बनकर पूर्णविराम।
Paradoxically, love is more about unlearning rather than learning the theories that you have ever been taught in the fairytales and movies. -
Paradoxically, love is more about unlearning rather than learning the theories that you have ever been taught in the fairytales and movies.
कवितायें बग़ावत हैं..संसार से...स्वयं से... -
कवितायें बग़ावत हैं..संसार से...स्वयं से...
...क्योंकि 'पाश' ने नहीं लिखा.."सबसे ख़तरनाक है...तितली के परों के समान कोमल उन एहसासों का मर जाना..जिनसे लिखी जा सकती थी सैकड़ों प्रेम कवितायें..." -
...क्योंकि 'पाश' ने नहीं लिखा.."सबसे ख़तरनाक है...तितली के परों के समान कोमल उन एहसासों का मर जाना..जिनसे लिखी जा सकती थी सैकड़ों प्रेम कवितायें..."
संसार के सारे मोह...जाति के सारे भेद..अन्नप्राशन पर मिली चाँदी की चूड़ियों को त्याग कर...वह भागेगी उस दिशा की ओरजिधर भागी थी रुक्मणि...उस ओर...जिधर शक्ति ने पाया था शिव को... -
संसार के सारे मोह...जाति के सारे भेद..अन्नप्राशन पर मिली चाँदी की चूड़ियों को त्याग कर...वह भागेगी उस दिशा की ओरजिधर भागी थी रुक्मणि...उस ओर...जिधर शक्ति ने पाया था शिव को...
समय की रेत पर अमिट हस्तछाप छोड़े तमाम लोगप्रेम व कविता पर दाव लगाते हैं,यह जानते हुए भी किविश्व की सर्वश्रेष्ठ वस्तुएँ रोटी नहीं देती। -
समय की रेत पर अमिट हस्तछाप छोड़े तमाम लोगप्रेम व कविता पर दाव लगाते हैं,यह जानते हुए भी किविश्व की सर्वश्रेष्ठ वस्तुएँ रोटी नहीं देती।
उससे ज़ियादा बर्बाद आख़िर हो भी तो कौन...जिसने तमाम उम्र ख़र्च दी सुख़न-वरी में -
उससे ज़ियादा बर्बाद आख़िर हो भी तो कौन...जिसने तमाम उम्र ख़र्च दी सुख़न-वरी में
खरा प्रेम व कविताई, गहरी इनकी छाप |जीवन का आधार भी, औ मृत्यु बाद का जाप || -
खरा प्रेम व कविताई, गहरी इनकी छाप |जीवन का आधार भी, औ मृत्यु बाद का जाप ||
||बिसलेरी की बोतल||हाथ में बिसलेरी की बोतलें लिएसरकारी बसों के पीछे भागते बच्चे,भारत का एक मात्र सच हैं।और बिसलेरी की बोतलें,सबसे बड़ा फ़रेब। -
||बिसलेरी की बोतल||हाथ में बिसलेरी की बोतलें लिएसरकारी बसों के पीछे भागते बच्चे,भारत का एक मात्र सच हैं।और बिसलेरी की बोतलें,सबसे बड़ा फ़रेब।