नजरिया है कुछ ऐसा के भूख बढ़े,इश्क़ की तलब में ज़माना भिखारी हुआ । - CalmKazi
नजरिया है कुछ ऐसा के भूख बढ़े,इश्क़ की तलब में ज़माना भिखारी हुआ ।
- CalmKazi