#सफ़रनामाआँख से हुए ओझल, हर याद बिसार दोगे।जो ना उतरे तेरे पार, मझधार में उतार दोगे। - Basant Malekar
#सफ़रनामाआँख से हुए ओझल, हर याद बिसार दोगे।जो ना उतरे तेरे पार, मझधार में उतार दोगे।
- Basant Malekar