जब वो पहली बार देखे मुझे...उस पल को एक वक़्त के लिए थाम देना ऐ ख़ुदा...तबियत से पढ़ लूँ उसे मैं...कहीं यह तालीम अधूरी ना रह जाए..सोचूंगा उस पल में ही पा ली सारी ज़िन्दगीफिर चाहे वो पलटकर मुझसे कितनी ही दूर चली जाए...जब वो पहली बार देखे मुझे...उस पल को एक वक़्त के लिए थाम देना ऐ ख़ुदा...— % & -
जब वो पहली बार देखे मुझे...उस पल को एक वक़्त के लिए थाम देना ऐ ख़ुदा...तबियत से पढ़ लूँ उसे मैं...कहीं यह तालीम अधूरी ना रह जाए..सोचूंगा उस पल में ही पा ली सारी ज़िन्दगीफिर चाहे वो पलटकर मुझसे कितनी ही दूर चली जाए...जब वो पहली बार देखे मुझे...उस पल को एक वक़्त के लिए थाम देना ऐ ख़ुदा...— % &
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शायद फ़िर करीब आना चाह रहे हो मेरे...एक आंसू अनायास सा इन आँखों में छलकने को बेताब सा जो हो उठा है...— % & -
शायद फ़िर करीब आना चाह रहे हो मेरे...एक आंसू अनायास सा इन आँखों में छलकने को बेताब सा जो हो उठा है...— % &
I moved along....She moved along...Not sure where we went so wrong... -
I moved along....She moved along...Not sure where we went so wrong...
थोड़ी सी मरम्मत कर दो साहब...फिर नई हो जाएगी।।।एक गरीब की जिंदगी ही तो है।।। -
थोड़ी सी मरम्मत कर दो साहब...फिर नई हो जाएगी।।।एक गरीब की जिंदगी ही तो है।।।
बढ़ गई तुम...बढ़ गया मैं...हम कहां रह गए।।। -
बढ़ गई तुम...बढ़ गया मैं...हम कहां रह गए।।।
तेरे इश्क़ का वही दरिया....जिसमें कभी हमारी कश्ती भी...सपने संजोया करती थी।।। -
तेरे इश्क़ का वही दरिया....जिसमें कभी हमारी कश्ती भी...सपने संजोया करती थी।।।
तुम एकमात्र प्रसारित चैनल ना होते..लोकप्रिय कार्यक्रम चित्रहार ना होता...हमें गाने का शौक ना होता...उनसे कभी मुलाकात ना होती...और हमें कभी प्यार ना होता...तो आज बहुत खुश रहते हम।।।। -
तुम एकमात्र प्रसारित चैनल ना होते..लोकप्रिय कार्यक्रम चित्रहार ना होता...हमें गाने का शौक ना होता...उनसे कभी मुलाकात ना होती...और हमें कभी प्यार ना होता...तो आज बहुत खुश रहते हम।।।।
कुछ इस कदर रंग चढ़ा था बेवफ़ाई का उन पर...कि आंसुओं के साथ हंसी भी निकल पड़ती थी।।।कुछ इस कदर रंग चढ़ा था आशिक़ी का हम पर...कि उनकी इसी अदा के हम कायल हुए जा रहे थे।।। -
कुछ इस कदर रंग चढ़ा था बेवफ़ाई का उन पर...कि आंसुओं के साथ हंसी भी निकल पड़ती थी।।।कुछ इस कदर रंग चढ़ा था आशिक़ी का हम पर...कि उनकी इसी अदा के हम कायल हुए जा रहे थे।।।
कुछ इस कदर नीलाम हुआ दिल...कि रास आने लगी अब तेरी कमी।।। -
कुछ इस कदर नीलाम हुआ दिल...कि रास आने लगी अब तेरी कमी।।।
कई बार काबिल होने से ज़्यादाकुबूल होना मायने रखता है।।। -
कई बार काबिल होने से ज़्यादाकुबूल होना मायने रखता है।।।