ब्याज भरती है उम्र भर आंखेंइश्क़ ऐसा उधार होता है.!!-अज्ञात -
ब्याज भरती है उम्र भर आंखेंइश्क़ ऐसा उधार होता है.!!-अज्ञात
-
माँ भोर में उठती है कि माँ के उठने से भोर होती है, ये हम कभी नहीं जान पाये।- गौरव पाण्डेय -
माँ भोर में उठती है कि माँ के उठने से भोर होती है, ये हम कभी नहीं जान पाये।- गौरव पाण्डेय
इस दरिया को कोई मंजिल तो मिलेमैं जहां चैन से सो जाऊं ऐसा साहिल तो मिले,बहुत दूर तक फैला है दर्दों का आकाश,जो जमीन सा छू जाए ऐसा क़ातिल तो मिले!!-Avinash Kumar -
इस दरिया को कोई मंजिल तो मिलेमैं जहां चैन से सो जाऊं ऐसा साहिल तो मिले,बहुत दूर तक फैला है दर्दों का आकाश,जो जमीन सा छू जाए ऐसा क़ातिल तो मिले!!-Avinash Kumar
दिखते नहींपर दिखाते बहुत हैंख़ुश तो नहीं पर हंसते बहुत हैंकैसी ज़िंदगी हैया ख़ुदा!!!दर्द गंवाते नहींपर कमाते बहुत हैं...-m00dylyricist -
दिखते नहींपर दिखाते बहुत हैंख़ुश तो नहीं पर हंसते बहुत हैंकैसी ज़िंदगी हैया ख़ुदा!!!दर्द गंवाते नहींपर कमाते बहुत हैं...-m00dylyricist
if you're not deaf please let me know...Why are you allowing the users to rewrite exact same copy of words which was earlier composed by the writers? Aren't you supporting the thievery of quotes? -
if you're not deaf please let me know...Why are you allowing the users to rewrite exact same copy of words which was earlier composed by the writers? Aren't you supporting the thievery of quotes?
कल जिसने हक़ दिए थे ख़ुद पर...आज वही पुछता है कि,तुम्हारा मुझ पर हक़ क्या है?? -
कल जिसने हक़ दिए थे ख़ुद पर...आज वही पुछता है कि,तुम्हारा मुझ पर हक़ क्या है??
कोई बिजली सी दरार,मेरे आसमां से थी उलझी,जब तुमने उस पहली बारिश में,मेरा हाथ छोड़ा था... -
कोई बिजली सी दरार,मेरे आसमां से थी उलझी,जब तुमने उस पहली बारिश में,मेरा हाथ छोड़ा था...
कोई तारा बंधा होगा,कच्ची डोरियों से सांसों की,कभी टूटे जो डोरी,तो एक ख़्वाहिश तुम भी कर लेना... -
कोई तारा बंधा होगा,कच्ची डोरियों से सांसों की,कभी टूटे जो डोरी,तो एक ख़्वाहिश तुम भी कर लेना...
aaj jaa to raha hai tukal jo dhundhne aayega naa mujheshayad mujhme main naa milun... -
aaj jaa to raha hai tukal jo dhundhne aayega naa mujheshayad mujhme main naa milun...
तस्वीरों को जलाने जब मैं बैठा,अपने हीं हाथ जला लिए तुझको बचाते बचाते... -
तस्वीरों को जलाने जब मैं बैठा,अपने हीं हाथ जला लिए तुझको बचाते बचाते...