14 FEB 2017 AT 13:19

Dedicated to dear Aadi
सजा के अपने ओंठो पर,
आओ तुम्हें मैं गीत बना लूं।
मुस्कुरा दो देखकर तुम,
आओ तुम्हें मैं गुनगुना लूं।
भुला दो अपने गम पुराने,
आओ तुम्हें मैं महफिल बना लूं।
इकलौता दिल मुझको दे दो,
आओ तुम्हें मैं जिन्दगी बना लूं।
तुम मिले तो हुयी दुआ कबूल,
आओ तुम्हें मैं खुदा बना लूं।

-आस्था गंगवार ©

- कुछ रंग जिन्दगी के - आस्था गंगवार ©