23 APR 2017 AT 3:11

खुलके जीना है या डरना है ,
फैसला तुमको ही करना है।
माना डर ने है सताया ,
मन ये था बहुत घबराया ।
आज एक छोटा कदम बढ़ा दो ,
आये यदि डर तो उसे डरा दो ।।

- Ashutosh Pandey