26 MAY 2017 AT 16:38

क्या सोचूं ? क्यों सोचूं ? क्यों ये ज़हर पिया है ?
क्या समझो गे, छोड़ो
अब तो दर्द ने भी साथ छोड़ दिया है।।

- ख़ाक