शायद नया 'माल' है, मैंने देखा अब आप देखिए,दो चार ताने कसिये, जी भर के आँखें सेकिए,और फ़िक्र कीजिएगा नहीं 'गर विरोध भी हुआ,'तेज़ाब' खुल्ला मिलता है यहाँ , चाहे जब फेंकिए... - ग़ज़ब
शायद नया 'माल' है, मैंने देखा अब आप देखिए,दो चार ताने कसिये, जी भर के आँखें सेकिए,और फ़िक्र कीजिएगा नहीं 'गर विरोध भी हुआ,'तेज़ाब' खुल्ला मिलता है यहाँ , चाहे जब फेंकिए...
- ग़ज़ब