Anuup Kamal Agrawal   (A.AG.)
21.4k Followers · 1.6k Following

YESTERDAY AT 13:37

देखकर तुम्हें और की बाहों में
मैं गिर गया ख़ुद की निगाहों में

-


21 APR AT 2:20

न बताने को कुछ बचा है
न बतियाने को कोई

घुट रहा है कोई
घोंट रहा है कुछ
घट रहा है जाने क्या क्या
कुछ अंदर, कुछ बाहर

जो जुड़ा था, जो जोड़े था
वो भी अब घटता जा रहा
कुछ मुझमें, कुछ मुझसे

-


20 APR AT 20:42

कि दिखती नहीं अपनी बुराई

-


20 APR AT 9:22

Demonstration of craziness

- Democracy.

-


20 APR AT 7:13

How many lives you want to live the life you are living?

-


20 APR AT 7:09

Paid Content

-


19 APR AT 9:51

सम्भल सम्भल कदम तू रख
ठोकरों के स्वाद चख
स्वयं पर हो विश्वास तो
पहुँचेगा गंतव्य तक

-


19 APR AT 8:28

फिर अगला कदम उठाना
सम्भल कर चलना ऐ ज़िन्दगी
भागदौड़ में गिर न जाना

-


19 APR AT 3:47

नमक से घाव जल रहे हैं
डूबा जबसे मोहब्बत का सूरज
छाँव में पाँव जल रहे हैं

-


18 APR AT 7:37

करना क्या है ये तय नहीं है
जीवन भर रहते हैं व्यस्त
कोई सुर ताल या लय नहीं है

-


Fetching Anuup Kamal Agrawal Quotes