23 MAY 2017 AT 17:45

मुझे नहीं आता अलग अलग किरदार जीना,
हां मैं होंठो पे झूठी मुस्कान नहीं ला पाता,
मुझमें नहीं है तुम जैसा ड्रेसिंग सेंस ,
मैं कई दिनों तक सेव नहीं करता ,
नहीं आता मुझे अच्छा दिखना ,
मैं नहीं पहनता दिखाने के लिए कुछ भी ,
बस तन ढक लेता हूँ, मुझे नहीं पता
खुद को कैसे ब्रांड करना है,घटिया
सोच वालों तुम क्या मुझे कपड़ो से तौलोगे,
तुम राक्षसों की औकात नहीं है कि इंसानों को तौल सको,बड़ा फेमिनिज्म का ठेका ले रखा है न तुम लोगों ने , सालों घर में बहन बेटियों को दबा के रखते हो और खुद को फेमिनिस्ट कहते हो।
मैं नहीं हूं तुम्हारे स्टेटस का,मैं ब्रिटिश
एक्सेंट में अंग्रेजी बोलना नहीं जानता
मैं नहीं पीता शराब , मैं सुट्टा भी नहीं मारता
हां मैं शर्माता हूं , मैं लड़कियों से ज्यादा
नहीं घुलता मिलता , पर तुम्हारी तरह
मौके का फायदा तो नहीं उठाता ।
(Rest in caption)

- अनुभव