29 MAR 2017 AT 21:36

पान बनारसी खा कर
गंगा में डुबकी लगा कर
अस्सी घाट में प्यास बुझा कर
मंदिरो में सर झुका कर
रूह तीर्थ हो गई
बनारस को गले लगा कर

- अंश