वो समझ ही ना सके मेरी चाहत की हद कोहम बाँहों में उन्हें समेटे रहे,वो गहरी नींद में सोते रहे - 𝙰𝚗𝚂𝚑𝚒𝚒 💞
वो समझ ही ना सके मेरी चाहत की हद कोहम बाँहों में उन्हें समेटे रहे,वो गहरी नींद में सोते रहे
- 𝙰𝚗𝚂𝚑𝚒𝚒 💞