27 MAR 2017 AT 17:09

तेरी निगाहें ,उस पर मैं भरती आहें,उलझी हुई ज़ुल्फ़ें और उलझती साँसें
काफी कुछ सुलझ जाता है उन उलझी हुई बातों को सोच कर

- 𝙰𝚗𝚂𝚑𝚒𝚒 💞