जिदंगी एक ऐसी पेहेली बन गई जिसको जितना सुलझाती होखुद उतना ही उलझ जाती हू।। - ❤जिसका कोई नाम नहीं❤
जिदंगी एक ऐसी पेहेली बन गई जिसको जितना सुलझाती होखुद उतना ही उलझ जाती हू।।
- ❤जिसका कोई नाम नहीं❤