मुझे नाज़ है हमारे प्यार परइस नाकाबन्दी में तुम आज भी किसी गलियों से गुजरकर मुझे ख्वाबों में मिलने आती हो! -
मुझे नाज़ है हमारे प्यार परइस नाकाबन्दी में तुम आज भी किसी गलियों से गुजरकर मुझे ख्वाबों में मिलने आती हो!
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हा गुनहगार हूँ मै तुम्हारी मौत कामेरे मुंह से निकला हुआ हथियार मेने कही दफना दिया है! -
हा गुनहगार हूँ मै तुम्हारी मौत कामेरे मुंह से निकला हुआ हथियार मेने कही दफना दिया है!
घरबंदी के फैसले ने कैद कर दिया मुझे अपनी ही चार दिवारों के बीच,तुम्हारी तस्वीर अब अपनी दिवारों पर ना लगाने का मुझे अफसोस हो रहा हैं!! -
घरबंदी के फैसले ने कैद कर दिया मुझे अपनी ही चार दिवारों के बीच,तुम्हारी तस्वीर अब अपनी दिवारों पर ना लगाने का मुझे अफसोस हो रहा हैं!!
ये बीमारी का कहर मेने जान लिया हैअभी जहा पर हूं उसी को घर मान लिया है! -
ये बीमारी का कहर मेने जान लिया हैअभी जहा पर हूं उसी को घर मान लिया है!
एक बात तो तय हैजश्न -ए- रात से खामोश -ए-शाम ज़्यादा याद रखी जाएगी! -
एक बात तो तय हैजश्न -ए- रात से खामोश -ए-शाम ज़्यादा याद रखी जाएगी!
दुनिया से परे, में तेरे पास...बहोत काँटे चुबे, ओर एक गुलाब की आस! -
दुनिया से परे, में तेरे पास...बहोत काँटे चुबे, ओर एक गुलाब की आस!
डूब गई थी ज़िंदगी जाम के प्याले में...चाई की चुस्कियों ने मामला संभाल रखा है..!! -
डूब गई थी ज़िंदगी जाम के प्याले में...चाई की चुस्कियों ने मामला संभाल रखा है..!!
देखो कुदरत के नज़ारे, रंग कितने गहरे है...रोशन हुईं आँखे पर हाथ कितने मेले है...! -
देखो कुदरत के नज़ारे, रंग कितने गहरे है...रोशन हुईं आँखे पर हाथ कितने मेले है...!
मेरी ज़िंदगी एक पेड़ जैसी हो गई हैकोई भी काट कर रास्ता बना लेता है।। -
मेरी ज़िंदगी एक पेड़ जैसी हो गई हैकोई भी काट कर रास्ता बना लेता है।।
में भी हूँ, समुंदर भी है ओर जाम भीकाश तुम भी होती तो अच्छा होता। -
में भी हूँ, समुंदर भी है ओर जाम भीकाश तुम भी होती तो अच्छा होता।