भारी मात्रा में रूढ़िवाद और उधारी के संविधान को धर्म कांटे पर चढ़ाया है मालिक।बदले में खरीदा है एक उदार जुनूनी जत्था,जिसने भट्ठी की आग सेगरम ताज़ा देश उतारा है एकाकी धर्म की चौपाई गाते हुए।समझिए मालिक, देश को बेचने नहीं, बनाने आये हैं। - Swarup
भारी मात्रा में रूढ़िवाद और उधारी के संविधान को धर्म कांटे पर चढ़ाया है मालिक।बदले में खरीदा है एक उदार जुनूनी जत्था,जिसने भट्ठी की आग सेगरम ताज़ा देश उतारा है एकाकी धर्म की चौपाई गाते हुए।समझिए मालिक, देश को बेचने नहीं, बनाने आये हैं।
- Swarup