Abdul A. Shaikh   (कड़वी किताब(#kadvikitab))
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Joined 2 May 2017


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24 JUN 2023 AT 20:34

तालाब के किनारे, रात और तन्हाई,
मछली का खेल, दिल को सुलगाई।
निठल्ले दिनों में रिस्क को तरसे,
ना मिला रिस्क तब मछलियों पर बरसे।

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30 MAY 2023 AT 22:43

लगता है, आंसू का ही समंदर है
वरना हर आंसू, खारा नहीं होता |

मखलूकको, खालिक ने समंदर से बनाया है
वरना हर आंख में, आंसू नहीं होता ||

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7 JUN 2017 AT 6:47

Just reached Eidgah for dua,
feeling recall I was with dad

बस दुआ के लिए ईदगाह तक पहुंचे थे कि,
मुझे याद आया कि मैं अब्बा के साथ था

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2 DEC 2021 AT 21:16

गिरते हुए गुलाबको, रोका न किजीए
हर शाम ढलती है, टोका न किजीए
नई किताबें बहोत बिकती है बाज़ारोमे
गिरी हुई पंखुडीको संभाला न किजीए

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13 MAY 2021 AT 23:35

आज फिर मगरीब से फिझा आई है
'फकीर' की दुआ से खुशीया लाई है
गम है हमे अपनोको खोनेका
फिरभी इद हमने खीर से मनाई है

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24 APR 2021 AT 22:41

माना हमने , माना हमने की....

बेटी पारस है, बेटा लावारिस है
बेटी अंस है, बेटा कंस है
बेटी शान है, बेटा बेईमान है
बेटी मन है, बेटा म्रुत जीवन है
बेटी बाग है, बेटा पतझड़ है
बेटी दुआ है, बेटा बद्दूआ है
बेटी भाग्य है, बेटा कलंक है
बेटी संस्कृति है, बेटा विक्रुती है
बेटी हुइ तो स्वर्ग मिलेगा
बेटा तुमको बेच खाएगा
बेटी नाम कमाती है , बेटा खानदान डुबोता है
बेटी ... बेटी... बेटी... नाम काफी है लक्ष्मीका
बेटा रावण, कंस, दुर्योधन सब माने जाएंगे

आज हर घरमे एक बेटा या बेटी है..
कैसे पहचानोंगे लक्ष्मी या पनोती है..

है ईश्वर कीसीको भी बद्द दुआ मे बेटे देना
सिर्फ बेटीयां ही संसार चलाती है..

कास इस कलयुगी संसार मे बेटे को गरम दूध मे उबाल कर मार सकता

आज के कलयुगी संसार का यही सच है
बेटो की अंत ही रावण का अंत है..

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7 APR 2021 AT 12:18

रीया तेरी शायरी सोहबत तरसती है ।1
कान लाचार है, बातें दिलमे बसती है ।2
उचा सुनकर नहीं मुंह मोड पाती तुम ।3
कडवी किताबें ही अंदरसे सवांरती है ।4

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28 MAR 2021 AT 12:48

नसीबा नही चमकता,
हाथ चमकने वाले के,
क़िस्मत घर दस्तक देती है,
सिद्दत से महोब्बत करने वाले की..

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28 MAR 2021 AT 12:42

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18 MAR 2021 AT 12:14

जागले तु जागले अख्लाकके साये तले ..
हश्र तक सोता रहेगा, खाख के साये तले...

मत कर मनमानीयां, खड़ा होना सीखले...
अपने अरमानोके लिए आंख दिखाना सीखले...

तवज्जु है आपने रब पर, नेजा चलाना सीखले,
To be continue..

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